जेएन मेडिकल कालिज के आरएचटीसी और यूएचटीसी में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया
अलीगढ़ 4 जूनः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के अंतर्गत कार्यरत ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (आरएचटीसी), जवां और शहरी स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (यूएचटीसी) द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सायरा मेहनाज तथा डॉ अली जफर अब्दी के मार्गदर्शन में केंद्रों पर स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया गया।
आरएचटीसी में डॉ. अंकित सिंह (चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जवां) ने जवां सेंटर प्वाइंट चैराहा से सीएचसी, जवां के ओपीडी पंजीकरण परिसर तक जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो ‘तंबाकू का सेवन बंद करो’ जैसे नारे लिखे बैनर और तख्तियों के साथ चल रही थी।
डॉ. सना नवाब (सीनियर रेजिडेंट) ने स्थानीय लोगों से तंबाकू का सेवन छोड़ने का आग्रह किया। डॉ. शुभम उपाध्याय (जेआर-2) ने परिचयात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की कि कैसे तंबाकू का उपयोग समुदाय के समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। डॉ. अमीर अयूब (जेआर-1) ने तंबाकू के उपयोग के वित्तीय प्रभावों और तंबाकू उपयोगकर्ता के परिवार को होने वाली कठिनाई पर प्रकाश डाला। डॉ. चंद्रमौली मिथरा (जेआर-1) ने तंबाकू की लत को धीरे-धीरे छोड़ने और तंबाकू की लत पर काबू पाने के लिए चिकित्सा कर्मियों से कैसे संपर्क करें, इस बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षुओं ने स्वास्थ्य पर तंबाकू के दुष्प्रभावों को दर्शाते पोस्टर और चार्ट बनाए।
यूएचटीसी में डॉ. एम. यासिर जुबैर ने बताया कि तंबाकू युक्त उत्पादों के सेवन से कैसे अनावश्यक खर्च होता है और स्वास्थ्य में गिरावट आती है। डॉ. अल-हिलाल ने इस वर्ष की थीम ‘बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना’ पर चर्चा की और बताया कि कैसे तंबाकू की आक्रामक मार्केटिंग युवाओं को अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए लक्षित कर रही है और इस से कैसे बचा जा सकता है।
वार्ता के बाद प्रश्न-उत्तर सत्र हुआ, जिसमें लोगों को बताया गया कि कैसे और कहां से तम्बाकू की लत से छुटकारा पाने के लिए मदद ली जा सकती है।
यूएचपी जमालपुर की प्रभारी डॉ. नाजरीन ने धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि वार्ता में करीब 35 लोग शामिल हुए।