तंत्रिका ब्लॉकों पर यूएसजी निर्देशित कैडवेरिक कार्यशाला का आयोजन
अलीगढ़ एक्सप्रेस-
अलीगढ़, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन मेडिकल कॉलेज के एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा हाल ही में ‘नर्व ब्लॉक्स और वैस्कुलर एक्सेस पर यूएसजी गाइडेड कैडवेरिक कार्यशाला’ विषय पर यूपी मेडिकल काउंसिल (यूपीएमसी) द्वारा मान्यता प्राप्त सीएमई सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डॉ. अरशद अयूब के नेतृत्व में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के विशेषज्ञों ने कार्यशाला का संचालन किया, जो अल्ट्रासाउंड-निर्देशित तंत्रिका ब्लॉकों पर केंद्रित थी। इस तकनीक पर जोर एनेस्थीसिया और गहन देखभाल में इसकी बढ़ती लोकप्रियता से उपजा है, जो उच्च जोखिम वाले रोगियों के प्रबंधन के लिए एक सुरक्षित और अधिक प्रभावी दृष्टिकोण प्रदान करता है। सामान्य एनेस्थीसिया से बचकर, ये क्षेत्रीय एनेस्थीसिया विधियां सर्जरी से जुड़े जोखिमों और लागतों को काफी कम कर देती हैं।
दिन भर चली कार्यशाला में देश भर के विभिन्न विशिष्टताओं और संस्थानों के डॉक्टरों सहित लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया। व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र पांच अलग-अलग चरणों में हुए, जिससे प्रतिभागियों के कौशल और ज्ञान में वृद्धि हुई।
कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर नासिर जमीर कुरेशी की अध्यक्षता में उद्घाटन समारोह में मेडिसिन संकाय के डीन प्रोफेसर मोहम्मद हबीब रजा, कार्यशाला समन्वयक डॉ. अरशद अयूब, आयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर काजी एहसान अली और आयोजन सचिव डॉ. फराह नसरीन और डॉ. मनाजिर अतहर उपस्थित थे।
प्रोफेसर कुरेशी ने स्वास्थ्य देखभाल में ऐसी कार्यशालाओं के महत्व पर जोर देते हुए जेएन मेडिकल कॉलेज और एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की प्रगति की सराहना की। प्रोफेसर रजा ने विभाग की चल रही शैक्षणिक गतिविधियों की सराहना की और कार्यशाला आयोजित करने के लिए आयोजन समिति को बधाई दी।
एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर काजी एहसान अली ने कार्यशाला की समग्र सफलता पर संतोष व्यक्त किया। एनाटॉमी विभाग के अध्यक्ष और सह-आयोजन सचिव प्रोफेसर फजल-उर-रहमान ने कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग किया।
डॉ. फराह नसरीन ने धन्यवाद ज्ञापित किया जबकि डॉ. मनाजिर अतहर ने सीएमई और कार्यशाला से संबंधित समग्र गतिविधियों का प्रबंधन किया।