Rajasthan Election 2023: कांग्रेस नेताओं को मिली नई जिम्मेदारी,
2023 राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जुटी है। कांग्रेस ने फैसला किया है कि प्रदेश चुनाव समिति के 25 सदस्य विभिन्न जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लेंगे। इस बीच अगले दो दिन प्रदेश की सभी ब्लाक कांग्रेस कमेटियों की बैठक होगी। कहा गया कि माहौल को देखते हुए राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनना आवश्यक है।
- राजस्थान में करीब ढ़ाई महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी है।
- प्रदेश चुनाव समिति के 25 सदस्य विभिन्न जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लेंगे
- कांग्रेस अपने कामकाज के आधार पर प्रदेश में फिर सरकार बनाएगी।
राजस्थान में करीब ढ़ाई महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने फैसला किया है कि प्रदेश चुनाव समिति के 25 सदस्य विभिन्न जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लेंगे
चुनाव पर्यवेक्षक मधुसुदन मिस्त्री को रिपोर्ट देंगे
पार्टी नेतृत्व ने सभी जिलों में चुनाव समिति के सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी है। चुनाव समिति के सदस्य अगले दो दिन में जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। फिर जयपुर लौटकर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और चुनाव पर्यवेक्षक मधुसुदन मिस्त्री को रिपोर्ट देंगे। इस बीच अगले दो दिन प्रदेश की सभी ब्लाक कांग्रेस कमेटियों की बैठक होगी।
राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनना आवश्यक है।
इन बैठकों में चुनाव अभियान की रणनीति बनाने के साथ ही संभावित प्रत्याशियों के नामों पर मंथन होगा। ब्लाक कांग्रेस कमेटी अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेजेगी। उधर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को दौसा और टोंक जिलों का दौरा किया।
पायलट ने दोनों जिलों में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, देश के वर्तमान माहौल को देखते हुए राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनना आवश्यक है।
अब राजस्थान में भाजपा का डबल इंजन असफल होगा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेद छोड़कर पार्टी को जीतवाने के लिए काम करने का आह्ान किया। पायलट ने अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में कहा, भाजपा का डबल इंजन कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में असफल हो गया है। अब राजस्थान में भाजपा का डबल इंजन असफल होगा। कांग्रेस अपने कामकाज के आधार पर प्रदेश में फिर सरकार बनाएगी।