स्वतंत्रता के बाद बदला बजट का ब्रीफकेस, निर्मला सीतारमण ने किया बहीखाता का इस्तेमाल
नई दिल्ली। 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किया जाता है। इस बजट में आने वाले वित्त वर्ष के सरकार की प्लानिंग के बारे में बताया जाता है। सरकार किस योजना में कितना खर्च करेंगे और किस सेक्टर में कितना योगदान किया जाएगा इन सब की जानकारी बजट में दी जाती है। आम जनता सरकार द्वारा पेश बजट का इंतजार करते हैं। वहीं हर साल बजट के साथ उसके ब्रीफकेस पर भी सभी को फोकस रहता है।
पिछले साल 1 फरवरी 2023 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट पेश किया था। इस बजट को उन्होंने लाल रंग के कपड़े में लपेटा था। इसको बहीखाता कहा गया।
इसी के साथ उन्होंने लाल रंग की भी साड़ी पहनी थी। 2023 में निर्मला सीतरमण ने पांचवी बार बजट पेश किया था। बजट पेश करने से पहले उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ देका गया था।
वर्ष 2021 में पहली बार डिजिटल तौर पर बजट पेश किया था। यह पहली बार था जब बजट की प्रेजेंटेशन बिना किसी कागज के की गई थी। वहीं, कोरोना काल के समय यानी वर्ष 2020 में ब्रीफकेस की जगह बहीखाता का इस्तेमाल कर सकते हैं।
2019 में भी निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के लिए ब्रीफकेस की जगह बहीखाता का इस्तेमाल किया था। ब्रीफकेस की जगह जैसे ही बहीखाता ने ली वैसे ही ब्रिटिश सरकार द्वारा शुरू की गई परंपरा का अंत हो गया है।
दरअसल, ब्रिटिश सरकार बजट पेश के लिए ब्रीफकेस का इस्तेमाल करते थे। ऐसे में ब्रिटिश सरकार ने बजट पेपर्स को एक ब्रीफकेस में ले जाने की परंपरा भारत को सौंपी थी। भारत अपना बजट के पेपर्स ब्रीफकेस में रखते थे।