एएमयू शिक्षक द्वारा डेंटल पीजी छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान
अलीगढ़, 9 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डॉ. जेड ए डेंटल कॉलेज के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग के डॉ. पंकज खराड ने 26वें इंडियन प्रोस्थोडॉन्टिक सोसाइटी नेशनल पोस्टग्रेजुएट के दौरान ट्यूमर के उच्छेदन के बाद प्रत्यारोपण के साथ जीभ और जबड़े के दोषों के प्रोस्थेटिक उपचार के बारे में एक प्रशिक्षण कार्यशाला का मार्गदर्शन किया। चेन्नई के सविता डेंटल कॉलेज एवं अस्पताल में आयोजित सम्मेलन में भारत के विभिन्न संस्थानों के स्नातकोत्तर छात्रों ने भाग लिया। डॉ. पंकज खराडे ने मुख ट्यूमर के उच्छेदन के बाद जीभ के साथ-साथ जबड़े के दोषों के कृत्रिम पुनर्वास के बारे में विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि जीभ और जबड़े को सर्जिकल तरीके से काटने से बोलने और चबाने में दिक्कत आती है, चेहरा विकृत हो जाता है और सौंदर्य प्रभावित होता है। उचित समय पर कृत्रिम पुनर्वास इन रोगियों के उपचार के परिणाम, मनोवैज्ञानिक स्थिति के साथ-साथ जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में सहायता करता है।