अमेरिका बेचेगा भारत को प्रीडेटर ड्रोन, कहा- मेगा ड्रोन सौदे से भारत की समुद्री सुरक्षा होगी और मजबूत

वाशिंग्टन।

 भारत को 31 प्रीडेटर ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी गई है। जिसके बाद अमेरिका ने कहा है कि यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत उसके सबसे अहम साझेदारों में से एक है

ड्रोन सौदे को मंजूरी मिलने के बाद अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि भारत के साथ हमारी साझेदारी सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है। हम अपनी सबसे अहम प्राथमिकताओं पर भारत के साथ मिलकर काम करते हैं। मेगा ड्रोन सौदे की डिलीवरी को लेकर पूछे जाने पर मिलर ने कहा कि मैं इसके लिए कोई समय सीमा नहीं दे सकता हूं। कांग्रेस को सूचित करते हुए सौदे की मंजूरी पहला कदम था। उन्होंने कहा कि डिलीवरी के समय को लेकर हम भारत सरकार से आने वाले महीनों में बातचीत कर बताएंगे। प्रस्तावित मेगा ड्रोन सौदे का एलान पिछले साल जून में पीएम नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी। उन्होंने कहा कि 3.99 अरब डालर के सौदे के तहत भारत को 31 हाई एल्टीट्यूड लांग एंड्योरेंस यूएवी मिलेंगे। यह भारत को एक उन्नत समुद्री सुरक्षा और समुद्री डोमेन जागरूकता क्षमता प्रदान करेगी। अमेरिका में निवर्तमान भारतीय राजदूत तरनजीत सह संधू के कार्यकाल पर पूछे गए सवाल पर मिलर ने कहा कि उनके साथ हमारे करीबी संबंध रहे हैं। हम उनकी अगली पारी के लिए शुभकामनाएं देते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका कई साझा प्राथमिकताओं पर उनके साथ काम करने में सक्षम है, जिसमें एक स्वतंत्र, खुले हद-प्रशांत को सुनिश्चित करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका भी शामिल है।

3.99 अरब डालर की बिक्री को मिली मंजूरी

अमेरिका ने गुरुवार को भारत को 3.99 अरब डालर की अनुमानित लागत वाली 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। एक अमेरिकी रक्षा एजेंसी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की है। प्रस्तावित मेगा ड्रोन सौदे की घोषणा जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी।

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