एएमयू में लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यानों की एक श्रृंखला का आयोजन

अलीगढ़, 30 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग द्वारा इंडियन नेशनल यंग एकेडमी ऑफ साइंस (आईएनवाईएएस) के सहयोग से ज्ञानवर्धक ‘लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान’ की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया। यह वर्चुअल कार्यक्रम ‘ऊर्जा, पर्यावरण और सतत विकास के लिए सामग्री’ विषय पर केंद्रित था। प्रतिभागियों ने इस व्याख्यानों के विषयों की समयबद्धता और महत्व में गहरी रूचि दिखाई।भौतिकी विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर मोहम्मद सज्जाद अतहर ने अपनी स्वागत टिप्पणी में विभाग के एक सदी से अधिक के शानदार इतिहास और उसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।इस कार्यक्रम में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) वाराणसी के तीन प्रमुख वक्ता शामिल हुए, जिन्होंने महत्वपूर्ण विषयों पर मनोरम व्याख्यान दिए।आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी के स्कूल ऑफ बायोकेमिकल इंजीनियरिंग के डॉ. विशाल मिश्रा ने प्लुरोटस फ्लोरिडा बायोमास से सिंथेटिक मोतियों के निर्माण पर चर्चा की। उन्होंने अपशिष्ट जल से कैडमियम, सीसा और क्रोमियम जैसी भारी धातुओं को हटाने के साथ-साथ बैक्टीरिया के विकास को रोकने में इन मोतियों की प्रभावकारिता पर जोर दिया।स्कूल ऑफ मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. संजय सिंह ने पर्यावरण के अनुकूल प्रशीतन और चुंबकीय प्रशीतन, स्पिंट्रोनिक्स, थर्मोइलेक्ट्रिसिटी और चुंबकीय आकार मेमोरी जैसे अन्य तकनीकी क्षेत्रों में हेस्लर मिश्र धातुओं के अनुप्रयोगों का पता लगाया।डॉ. आशीष के. मिश्रा ने कार्बन और ट्रांजिशन मेटल डाइक्लोजेनाइड्स (टीएमडी) नैनोस्ट्रक्चर के संश्लेषण और लक्षण वर्णन पर एक व्यापक व्याख्यान दिया। उन्होंने विद्युत रासायनिक ऊर्जा उत्पादन और भंडारण उपकरणों में उनकी भूमिका को स्पष्ट किया।आईएनवाईएएस, मध्य क्षेत्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. जय प्रकाश ने कार्यवाही का संचालन करते हुए कार्यक्रम का परिचय दिया और आईएनवाईएएस के मिशन की रूपरेखा प्रस्तुत की।

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