वन्यजीव विज्ञान विभाग द्वारा 69वां राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह का आयोजन
अलीगढ़, 4 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वन्यजीव विज्ञान विभाग ने विभाग के परिसर में पेड़ पौधे लगाकर इस वर्ष के राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह को ‘वन्यजीव संरक्षण के लिए साझेदारी’ की थीम के साथ मनाने की शुरुआत की। वैज्ञानिक और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों के विजेता प्रोफेसर वजाहत हुसैन ने लाल चंदन, टेरोकार्पस सैंटालिनस का एक पौधा लगाया, जिसे इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) द्वारा निकट संकटग्रस्त पौधों की प्रजाति घोषित किया गया है और पूर्वी घाट और श्रीलंका के कुछ हिस्से में वितरित किया गया है।परिसर की पौधों की विविधता को बढ़ाने के लिए छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों द्वारा कई अन्य पौधों की प्रजातियां भी लगाई गईं।प्रोफेसर वजाहत हुसैन ने एएमयू परिसर की पौधों की विविधता पर चर्चा की जिसमें 600 से अधिक देशी और गैर-देशी प्रजातियां शामिल हैं। उन्होंने बताया, परिसर में पाए जाने वाले कुछ दुर्लभ पेड़ों में सफैद सैंडल, सैंटालम एल्बम, चंपा मैगनोलिया अल्बा, चैल्टा या हाथी सेब डिलिनियाइंडिका, पिंक ट्यूबबिया, गोल्डन ट्यूबबिया और बाओबाब पेड़ शामिल हैं।विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अफीफुल्ला खान, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. कलीम अहमद और डॉ. अहमद मसूद खान सहित विभाग के छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टाफ सदस्यों ने वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया।डॉ शरद कुमार ने पौधों की व्यवस्था की, जबकि डॉ ओरस इलियास ने मुख्य अतिथि और इस अवसर पर उपस्थितजनों को धन्यवाद दिया।